दुनिया के इतिहास को कहते हैं,
रोम कहाँ है, कहाँ?
घर में शुभ आग जलती है।
उन्नत ईरान कहां है?
पश्चिमी गगन की गहरी चर्चा,
हुआ बर्बर अंधेरा,
लेकिन टम छाती रगड़ना,
हिंदुस्तान हमारे उज्ज्वल
सैकड़ों झटका लेना,
लिविंग इंडिया हमारा
दुनिया के सिर पर रोली,
शोभित हिंदुस्तान हमारा
- अटल बिहारी निरापेयी
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