www.hindipoems.in
  • Home
  • Privacy policy
  • About Us
  • Contact Us
  • Home
  • English Poems
  • अटल बिहारी वाजपेयी जी
  • अन्य कविताओं
  • कवि बद्रीरारायण जी
  • कुमार विश्वास
  • सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
  • हरिवंशराय बच्चन जी

Monday, January 28, 2019

कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी - Hindi Poems

 Vikas Jain     January 28, 2019     अल्हड़ बीकानेरी     No comments   

कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी, Hindi kavitaye

कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी



कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी


रामू जेठ बहू से बोले, मत हो बेटी बोर
कुत्ते तभी भौंकते हैं जब दिखें गली में चोर
वफ़ादार होते हैं कुत्ते, नर हैं नमक हराम
मिली जिसे कुत्ते की उपमा, चमका उसका नाम
दिल्ली क्या, पूरी दुनिया में मचा हुआ है शोर
हैं कुत्ते की दुम जैसे ही, टेढ़े सभी सवाल
जो जबाव दे सके, कौन है वह माई का लाल
देख रहे टकटकी लगा, सब स्वीडन की ओर
प्रजातंत्र का प्रहरी कुत्ता, करता नहीं शिकार
रूखा-सूखा टुकड़ा खाकर लेटे पाँव पसार
बँगलों के बुलडॉग यहाँ सब देखे आदमख़ोर
कुत्ते के बजाय कुरते का बैरी, यह नाचीज़
मुहावरों के मर्मज्ञों को, इतनी नहीं तमीज़
पढ़ने को नित नई पोथियाँ, रहे ढोर के ढोर
दिल्ली के कुछ लोगों पर था चोरी का आरोप
खोजी कुत्ता लगा सूँघने अचकन पगड़ी टोप
जकड़ लिया कुत्ते ने मंत्री की धोती का छोर
तो शामी केंचुआ कह उठा, 'हूँ अजगर' का बाप
ऐसी पटकी दी पिल्ले ने, चित्त हुआ चुपचाप
साँपों का कर चुके सफाया हरियाणा के मोर।


कुत्ते तभी भौंकते हैं / अल्हड़ बीकानेरी


  • Share This:  
  •  Facebook
  •  Twitter
  •  Google+
  •  Stumble
  •  Digg
Email ThisBlogThis!Share to TwitterShare to Facebook
Newer Post Older Post Home

0 Comments:

Post a Comment

Amazon.in

Subscribe icon

Latest updates by email

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner

Popular Posts

  • सिन्दूर लगाना ~ अम्बर रंजना पाण्डेय
  • मधुबाला - हरिवंशराय बच्चन - Hindi poems
  • Devils / Alexander Pushkin , Alexander Pushkin Poems

Pages

  • Home
  • Privacy policy
  • Contact us
  • About us

Blog Archive

Featured post

Follow Us

  • Twitter
  • Pinterest
  • Google+
  • Facebook

Search Here

  • Home
  • English poems
  • हरिवंशराय बच्चन जी
  • सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
  • कवि बद्रीरारायण जी
  • अन्य कविताएँ
  • अटल बिहारी वाजपेयी जी

Menu

  • Home
  • Privacy policy
  • About
  • Contact Us

Recent Comments

Profile

Vikas Jain
View my complete profile

Subscribe

Labels

Adam Lindsay Gordon (5) Adrian Green (3) Ajay Krishna (1) Alan Seeger (5) Aleister Crowley (2) Aleksandr Blok (1) Alexander Pope (1) Alexander Pushkin (2) Allen Ginsberg (1) Amy Levy (1) Amy Lowell (2) Anne Bronte (2) Anne Sexton (2) Ben jonson (2) David Lehman (2) English poems (19) James Tate (1) अखिलेश तिवारी (1) अग्निशेखर (4) अंजना भट्ट (7) अजय कृष्ण (5) अजय पाठक (2) अजित कुमार (2) अज्ञेय (1) अटल बिहारी वाजपेयी जी (12) अदम गोंडवी (1) अन्य कविताओं (4) अम्बर रंजना पाण्डेय (1) अम्बर रंजना पाण्डेय (1) अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध (1) अरुण जैमिनी (2) अल्हड़ बीकानेरी (1) अशोक चक्रधर (1) अशोक वाजपेयी (3) आलोक धन्वा (1) कवि बद्रीरारायण जी (3) काका हाथरसी (3) कुमार विश्वास (4) कुंवर नारायण (1) केदारनाथ सिहं (2) चंदबरदाई (1) दुष्यंत कुमार (1) महादेवी वर्मा (1) मुनव्वर राना (2) मैथिलीशरण गुप्त (1) रामनरेश त्रिपाठी (1) शैल चतुर्वेदी (1) सुभद्रा कुमारी चौहान (1) सूर्यकांत त्रिपाठी निराला (3) हरिओम पंवार (3) हरिवंशराय बच्चन जी (12)

www.hindipoems.in

Popular Posts

सिन्दूर लगाना ~ अम्बर रंजना पाण्डेय

मैं न चुप हूँ न गाता हूँ -अटल बिहारी वाजपेयी

Copyright © www.hindipoems.in | Powered by Blogger
Design by Hardeep Asrani | Blogger Theme by NewBloggerThemes.com | Distributed By Gooyaabi Templates