4 Line Shayari in Hindi | By Hariram Regar ************************************************ कभी मक्की, कभी गेंहूँ, कभी है ज्वार की रोटी। मेरी माता बनाती है, कभी पतली, कभी मोटी। मगर क्या स्वाद आता है, भले वो जल गई थोड़ी। नसीबों में कहाँ सब के, है माँ के हाथ की रोटी।। ©Hariram Regar ************************************************ कोई नफ़रत है फैलाता, कोई बाँटे यहाँ पर प्यार। कहानी और किस्सों से खचाखच है भरा संसार। यहाँ कुछ लोग अपने मुँह मियाँ मिट्ठू बने फिरते। मगर किस्से नहीं कहते जहाँ खुद ही है वो गद्दार।। ©Hariram Regar ************************************************ कोई जीने को खाता है, कोई जीता है खाने को। कोई कौड़ी बचाता है, कोई खर्चे, दिखाने को। अमीरी और गरीबी में यहाँ बस फ़र्क़ इतना है, कोई दौड़े कमाने को, कोई दौड़े पचाने को।। ©Hariram
_________________________________ पाकिस्तान चले जाओ गीत हमारे प्यारे है, इन गीतों को तुम दोहराओ। देशद्रोही बनने से पहले, दुष्टों थोड़ा तो घबराओ कई मन्नतों के बाद हमें, इक ऐसा नेता हाथ लगा। देश की इज्जत के ख़ातिर, तुम अपने भी कर्तव्य निभाओ। "अच्छे दिन आएंगे" यह पंक्ति तुम बार बार दोहराओ। नाराज़ अगर सरकार से हो तो पाकिस्तान चले जाओ। संविधान की लाज रखी,अभिव्यक्ति की जहाँ छूट मिली। टीवी, पेपर और मीडिया यहाँ बड़ी चिरकूट मिली। जहाँ देखो वहाँ जय जय होती, इक लब्ज़ विपरीत नहीं। जय हो तेरे भक्तों की चाचा, आशा बड़ी अटूट मिली। रोजगार के अवसर है अब ,पकोड़ों को सूची में लाओ। और नाराज़ अगर सरकार से हो तो पाकिस्तान चले जाओ। अच्छे अच्छे नेताओं के थे कार्टून यूँ बनते। किसी की नाक लम्बी होती, किसी के हाथ तनते। पर अपने इन नेता जी की खबर है इतनी अच्छी। भारत का "फेंकू नंबर वन" है , छप्पन के सीने तनते। ये "मन की बात" बता देते है, तुम सुनने को चले आओ। नाराज़ अगर सरकार से हो तो पाकिस्तान चले जाओ। पहली बार ख़ुशी से रहने का मतलब मु